आँखों की भाषा अतृप्त अभिलाषा सूनी चादर सूनी आँखें वेदना का सागर बहते आंसू Advertisements

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“ख़ामोशियाँ, बेवजह नहीं होती, कुछ दर्द, आवाज़ छीन लिया करते हैं”
NEVER JUDGE OTHERS, YOU DON’T KNOW THEIR STORY!
“રાહ” જોવી એટેલે…???? એક ગમતા સબંધને ઉછેરવો… લાગણી અને હૂંફ ની માવજત થી..!
NEVER JUDGE OTHERS, YOU DON’T KNOW THEIR STORY!
कविता !
कविता ! तुम न होती तो प्रेम कभी प्रस्फुटित ही न होता शब्द गूंगे हो गए होते भाव शून्य हो Continue reading
જિંદગી ભાર માની નથી ને નિરાધાર માની નથી ધૂળ ખંખેરી ધપતા જતાં હારને હાર માની નથી
कभी सोचता हूँ यदि ईश्वर-अल्लाह इत्यादि एक ही है तो हम सबको अलग-अलग पैदा क्यों किया ? इस बारे में Continue reading